10 नवंबर को एडिलेड ओवल में खेले गए टी20 विश्व कप 2022 के दूसरे सेमीफाइनल में इंग्लैंड ने टीम इंडिया को हराकर फाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली। फाइनल में उसका सामना पाकिस्तान की टीम से होगा। इंग्लैंड ने टीम इंडिया को इस मैच में 10 विकेट से करारी शिकस्त दी। इंग्लैंड ने इस जीत के साथ टीम इंडिया का फिर से विश्व विजेता बनने का सपना चकनाचूर कर दिया।
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इस हार के बाद टीम इंडिया का एक बार फिर विश्व विजेता बनने का इंतजार अब और भी अधिक लंबा हो गया है। टीम इंडिया इस फॉर्मेट में 2007 में पहली वर्ल्ड चैम्पियन बनी थी। इस बार टीम इंडिया से काफी अपेक्षाएं थीं, लेकिन प्रशंसकों को एक बार फिर मायूस होना पड़ा है। खेल विशेषज्ञ और आम लोग इस हार के बाद गुस्से में हैं। ये लोग टीम से सीनियर खिलाड़ियों की जगह नए खिलाड़ियों को मौका देने की मांग कर रहे हैं।
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इनका कहना है कि ये खिलाड़ी टीम को कोई बड़ी प्रतियोगिता जिताने में नाकामयाब रहे हैं, इस कारण टीम इंडिया का वर्ल्ड कप खिताब का सूखा खत्म ही नहीं हो पा रहा। इसके अलावा एशिया कप में भी टीम का प्रदर्शन निराशाजनक रहा था। ये सीनियर खिलाड़ी अब टीम पर बोझ बन गए हैं, इसलिए इन्हें टीम में जगह नहीं देनी चाहिए। और इनकी जगह नए खिलाड़ियों को मौका दिया जाना चाहिए, तभी हम चैम्पियन बन पाएंगें।
क्या अब सीनियर खिलाड़ियों को टी20 टीम से बाहर कर उनकी जगह युवा खिलाड़ियों को मौका देना चाहिए?
इस हार के बाद अब ये बात उठ रही है कि अगर टीम इंडिया को भविष्य में सफलता की ओर देखना है तो हार्दिक पाण्ड्या को कप्तान बनाकर देश में मौजूद युवा प्रतिभाओं को अवसर देना होगा। जैसा की अतीत में 2007 में भी हुआ था। तब टीम इंडिया वनडे विश्व कप में बड़े खिलाड़ियों के होते हुए भी शुरुआती दौर में हारकर बाहर हो गई। तब उसी साल हुए टी20 विश्व कप में टीम इंडिया सीनियर खिलाड़ियों के न खेलने पर युवा खिलाड़ियों को मौका दिया था। वो युवा खिलाड़ी टीम के भरोसे पर खरे उतरे थे। उन्होंने टीम इंडिया को विश्व विजेता बनाकर दिखाया था।
अब लोग यही मांग कर रहे हैं कि कप्तान रोहित शर्मा, केएल राहुल, विराट कोहली, आर आश्विन, भुवनेश्वर कुमार, दिनेश कार्तिक सहित सभी सीनियर खिलाड़ियों को इस फॉर्मेट में न खिला कर उनकी जगह पर अवसर का इंतजार कर रहे युवाओं पृथ्वी शॉ, राहुल त्रिपाठी, शुभमन गिल, संजू सैमसन, रवि विश्नोई, शार्दूल ठाकुर, दीपक चाहर, मोहम्मद सिराज, वाशिंगटन सुंदर, राहुल तेवतिया, सौरभ कुमार, शम्स मुलानी, शाहबाज अहमद, कुलदीप सेन, यशस्वी जयसवाल, उमरान मलिक, यश दुल, रजत पाटीदार, तिलक वर्मा, यश दयाल, मोहसिन खान और खलील अहमद जैसे प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को मौका मिलना चाहिए।